नेटफ्लिक्स क्यों टीवी के इन शोज़ को दे रहा अपने प्लेटफॉर्म पर जगह

नेटफ्लिक्स क्यों टीवी के इन शोज़ को दे रहा अपने प्लेटफॉर्म पर जगह

नेटफ्लिक्स पर इंटरनेशनल ऑडियंस को मद्देनज़र रखते हुए कंटेंट की भरमार है। इसके साथ ही नेटफ्लिक्स रीजनल कंटेंट को भी प्लेटफॉर्म पर बढ़ावा देने का काम कर रहा है। इसकी शुरुआत कपिल शर्मा के शो से हुई। सोनी टीवी से कपिल के शो को पूरी दुनिया की ऑडियंस मिली। इसके बाद सोनी टीवी के सबसे लंबे समय तक चलने वाले शो सीआईडी को भी नेटफ्लिक्स पर जगह मिली। अब जल्द ही नेटफ्लिक्स पर सोनी टीवी के ऐसे शो के आने की चर्चा हो रही है, जो सदियों से घरों में क्राइम की सनसनी फैला रहा है। जी हां, हम बात कर रहे हैं क्राइम पेट्रोल की।

इंटरनेशनल कंटेंट को यूएसपी बताने वाले नेटफ्लिक्स जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म को आखिर इन शोज़ में दिलचस्पी की वजह क्या है? कपिल शर्मा के शो की तो बात समझ आती है, क्योंकि कपिल की पॉपुलैरिटी पूरी दुनिया में है। लेकिन सीआईडी और क्राइम पेट्रोल जैसे देसी इंडियन टीवी शो को क्यों अपनी स्ट्रीमिंग लिस्ट में शामिल कर रहा है?

अन्य ओटीटी प्लेटफॉर्म से कॉम्पिटीशन

ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स की बात करें तो ज़्यादातर के पास उनसे जुड़े टीवी चैनलों के प्रोग्राम्स के स्ट्रीमिंग राइट्स हैं। स्टार प्लस, ज़ी टीवी, सोनी और कलर्स टीवी के शोज़ जियो सिनेमा, ज़ी5 और सोनी लिव जैसे प्लेटफॉर्म पर देखने को मिल जाते हैं। लेकिन नेटफ्लिक्स के पास टीवी चैनल से जुड़ा कोई कंटेंट नहीं है। भारतीय दर्शकों में आज भी ऐसे लोग हैं, जो टीवी शोज़ के दीवाने हैं। ऐसे में अन्य ओटीटी प्लेटफॉर्म से भारतीय बाज़ार में टक्कर लेने के लिए नेटफ्लिक्स देसी ऑडियंस के साथ कनेक्ट करने की कोशिश कर रहा है।

इन शोज़ के फैंस को आकर्षित कर जोड़ना

कपिल के शो की तो पहले से ही ऑडियंस वर्ल्डवाइड रही है। नेटफ्लिक्स पर इस शो के आने से पूरी दुनिया की ऑडियंस नेटफ्लिक्स से इस शो के लिए जुड़ने में इज़ाफा हुआ। बात करें सीआईडी और क्राइम पेट्रोल की, तो इन दोनों शोज़ की भी अपनी ऑडियंस है। भारतीय दर्शक इन शोज़ को सालों से देखते आ रहे हैं। शोज़ के फैंस अपने पसंदीदा शो को देखने के लिए किसी भी प्लेटफॉर्म पर जाने को तैयार हो जाएंगे। इस स्ट्रैटेजी को समझते हुए ही नेटफ्लिक्स ने इन कल्ट शोज़ को अपने प्लेटफॉर्म से जोड़ने का काम किया है।

पहले भी नेटफ्लिक्स कर चुका है ऐसा

आपको बता दें कि नेटफ्लिक्स ऑडियंस की पसंद को समझकर कंटेंट को शामिल करने के लिए भारत में पहले भी ऐसा कर चुका है। आपको टीवीएफ का प्रसिद्ध शो कोटा फैक्ट्री तो याद ही होगा। इस शो की पॉपुलैरिटी को देखते हुए इसके दूसरे सीजन को अपने प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम करने का निर्णय लिया गया था। इस शो की पॉपुलैरिटी सिर्फ कंटेंट ही नहीं, इसके किरदारों की वजह से भी थी, जिसका फायदा नेटफ्लिक्स को हुआ।

          जहाँ पहले इंटरनेशनल शोज़ की वजह से इस चैनल को टियर 1 और टियर 2 सिटीज़ में ही ज़्यादा पसंद किया जाता था, वहीं नेटफ्लिक्स के इन निर्णयों की वजह से इसकी पहुँच छोटे शहरों में भी बढ़ रही है।

बातों-बातों में सुधा मूर्ति समझा गईं ज़िंदगी को जीने का असली फ़लसफ़ा
बातों-बातों में सुधा मूर्ति समझा गईं ज़िंदगी को जीने का असली फ़लसफ़ा

फिलॉनथ्रोपिस्ट और ऑथर सुधा मूर्ति चाहें तो एक लग्जीरियस लाइफ जी सकती हैं। वे राज्यसभा की मेंबर हैं, इसके अलावा वे इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति...

नोबेल पुरस्कार की तरह अपनी आत्मकथा 'दियासलाई' भी देश को समर्पित
नोबेल पुरस्कार की तरह अपनी आत्मकथा 'दियासलाई' भी देश को समर्पित

जेएलएफ के पहले दिन नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी अपनी आत्मकथा 'दियासलाई' को लेकर आए थे। सभी जानते हैं कि कैलाश सत्यार्थी का जीवन बाल मजदूरी...