घर को घर बनाए रखने के लिए क्या हमें करने होंगे अपने में कुछ बदलाव? देखा जाए तो हमारी फैमिली एक इंस्टीट्यूट है। पहले जहां इस घर रुपी इंस्टीट्यूट में बीस से तीस लोगों का रहना एक आम बात थी, वहीं अब वक्त के साथ इसका दायरा बहुत कम होता चला गया। अब बड़ी फैमिली तो उसे कहा जाता है जहां मम्मी-पापा और बच्चों के साथ दादा-दादी भी रहते हैं। वक्त के साथ चलने में भी कुछ बुराई नहीं है, बस बुराई है तो उन बातों में जिन्हें अगर छोड़ा जाए तो फैमिली का हर मैंबर न केवल खुलकर सांस ले पाएगा, बल्कि हर फैमिली हैप्पी फैमिली कहलाएगी।
हमारी छोटी सी दुनिया
वैसे तो यह पूरी दुनिया ही एक फैमिली है, लेकिन इस बड़ी सी दुनिया में हमारी एक छोटी सी दुनिया भी होती है और वह होता है हमारा घर। जहां हम साथ रहकर बहुत सी मुश्किलों का सामना करते हैं तो कभी अपनी छोटी-छोटी खुशियों को यादगार बना लेते हैं। खाने के जायके को ही देख लें, अगर सब साथ बैठकर मन से दाल-चावल और अचार भी खाता है तो मुस्कुराहटों के बीच जायके और भी महकते हैं। लेकिन कुछ चीजें हैं जिनकी आज के वक्त में बदलाव की जरूरत है।
किचन से दोस्ती क्यों नहीं?
एक फैमिली जिस घर में रहती है उसे वो घर कहती है, लेकिन उस घर के एक हिस्से से घर के सो कॉल्ड मर्दों का को कोई सरोकार ही नहीं होता। वह है हमारा किचन। हैरानी की बात है कि कई घरों में आदमियों को तो यह तक नहीं पता होता कि शक्कर, पत्ती नमक जैसी बेसिक चीजें कहां रखी हैं। किचन के साथ इतना सौतेला सुलूक करने की वजह क्या है?
बहू को भी हक है बोलने का
बहुत से घरों में आज भी यह रिवाज है कि अगर घर में कुछ बात चल रही है तो घर की बहू के सामने ना तो उस बात पर बात की जाती है और अगर उसे गलती से कोई बात पता चल भी जाए तो उसे बोलने का हक नहीं होता। बहुत बार तो उसे यह तक कह दिया जाता है- तुम्हारे घर में होता होगा यह। हमारे यहां तो ऐसा ही होता है। आप खुद सोचें कि इस तरह घर के एक मैंबर को बार-बार मौकों पर साबित करना कि तुम घर का हिस्सा नहीं बल्कि गैर हो। क्या यह सही है?
लव मैरिज को एक्सेप्ट करें
आज वक्त बदल गया हैl लोग अब अपने हिसाब से अपना लाइफ पार्टनर चुनना चाहते हैं। लेकिन बहुत सी फैमिलीज आज भी लव मैरिज को एक्सेप्ट नहीं कर पा रहीं। अगर कोई इंसान अपने हिसाब से अपना लाइफ पार्टनर चुनना चाहता तो इसमें गलत क्या है? आप समझें कि वो शादी ही कर रहे हैं। कोई गलत काम नहीं कर रहे। लव मैरिज को बुरा समझना और अगर आपने उस लव मैरिज को कूबूल कर भी लिया तो मौके ब मौके उस बहू को इस बात पर ताने मारना कितना सही है। यह सोच बदलने की जरूरत है कि लव मैरिज करना कोई गलत काम नहीं है।
बस यह कुछ छोटे से बदलाव अपनी फैमिली में करें। आप देखेंगे कि आपके इस आशियाने में लोग खुलकर सांस लेना शुरु कर देंगे। सोच बदलें क्योंकि वक्त बहुत तेजी से चल रहा है। हमें अपने विचारों को भी समय के साथ बदलना चाहिए ताकि हमारे रिश्ते मजबूत हों और हमारा परिवार खुशहाल रहे।


