कहीं आपके मोबाइल देखने की आदत आपके बच्चे को परेशान तो नहीं कर रही ? आप यह सोच रहे होंगे कि यह क्या हुआ। अक्सर तो हम बड़ों के बीच में बच्चों का मोबाइल देखना एक कॉमन टॉपिक बन चुका है। हम बड़े इस बात को लेकर चर्चा करते रहते हैं कि भई आजकल के बच्चे तो मोबाइल में ही घुसे रहते हैं।
बच्चों की जरूरतें
आपको पता है कि आप नहीं आपके छोटे से मासूम बच्चे भी आपके मोबाइल देखने की वजह से परेशान हो जाते हैं। उनको आपके एक प्यार भरे साथ और आपकी अटेंशन की जरुरत होती है लेकिन आपकी अंगुलियों का लम्स उन्हें नहीं मोबाइल को मिल रहा होता है और आपकी नजर पूरी तरह स्क्रीन पर होती है।
बच्चों की भावनाएं
आपका ध्यान अपनी तरफ करने के लिए बच्चा कहता भी है “पापा” तो आप बड़े आराम से बिना उसे देखे कह देते हैं "हां बेटा..बोलो? मैं सुन रहा हूं। लेकिन आप भूल जाते हैं कि वो तो आपकी नजर और आपकी स्माइल को देखना चाह रहा है। अब भई मोबाइल ही है जो हमें सुलाने का काम करता है। दिनभर तो फुर्सत मिलती नहीं हम रात को बिस्तर में अपना मोबाइल लेकर बैठते हैं। बच्चा जो दिनभर की अपनी कहानी सुनाना चाहता है उसकी बातों को सुना-अनसुना करके हम अपने फोकस को मोबाइल पर बनाए रखते हैं। ध्यान दें कि बच्चा बहुत सेंसेटिव होता है। वह इस रुखे व्यवहार को महसूस कर अपनी दोस्ती आपके साथ कम और मोबाइल के साथ कर लेता है। फिर आप ही कहते हैं कि आजकल के बच्चे अपने मां-बाप से बात करना पसंद नहीं करते।
फैमिली टाइम की महत्ता
यह समय फैमिली टाइम ही रहने दें। बच्चा अगर बहुत छोटा है तो वह आपका दुलार चाहता है। वहीं अगर वह बड़ा हो रहा है तो आपको उसे समय देना होगा। रात का समय आपका और आपके परिवार का होता है आपका और मोबाइल का नहीं। यह बात माता-पिता दोनों पर लागू होती है।
बच्चों की गतिविधियाँ और आपका ध्यान
वो जब कहीं जाए या आए बच्चे केवल स्कूल नहीं जाते वो डांस क्लास, ट्यूश्न ऐसी बहुत सी जगह जा रहे होते हैं। बच्चा जब टीन-एज में भी आ जाए और उसके जाने और आने के समय आपका ध्यान उस पर हो तो उसे लगेगा कि उसे इम्पोर्टंस दी जा रही है।
बच्चों की भावनाएं और आपकी भूमिका
वो अपनी बातें आपके साथ शेअर करेगा। बच्चे बहुत एक्साइटेड होते हैं उनके साथ जो हुआ उसे बताने में। उन्हें अच्छा लगता है कि राहुल ने क्या कहा, सोनिया किस बात पर नाराज हुई। बच्चे अपने दोस्त की किसी बर्थडे पार्टी से लौटे या पिकनिक से और उस समय आप मोबाइल के साथ व्यस्त और मस्त होंगे तो यहीं जाने वो बहुत हर्ट होंगे।
जब कोई सुनने वाला नहीं होगा तो वो कहना भी छोड़ देंगे। उन्हें अपने प्यार का अहसास दें यही उन्हें पूर्णता देगा। आपका ध्यान और समर्थन बच्चों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए उनके साथ समय बिताएं और उनकी बातों को सुनें।