चार लोग और उनकी चार बातें

चार लोग और उनकी चार बातें

वो बहुत पुरानी बात हो गई जब हमारे घर में हमारी मासूम सी मां अक्सर उन चार लोगों से डरी रहती थी और हमारे कुछ भी लीक से हटकर करने से पहले यह बताती थी कि देखो भई मुझे कोई परेशानी नहीं है लेकिन चार लोग क्या कहेंगे यह सोच लेना। खैर, हम उनसे इस बात पर अक्सर ही झुंझला कर कहते थे कि कौन हैं वो चार लोग। पता नहीं वो कौन से लोग हैं।

उन चार लोगों का असली रूप

जब हम बड़े हुए और हमने सबसे पहले अपनी जिंदगी में उन चार लोगों को हटाना चाहा जो पता नहीं कहां होते हैं लेकिन उनका हमारी जिंदगी पर असर बहुत रहता है। सच है कि हम हटा नहीं पाए। वो चार लोग असल में वो लोग होते हैं जो हमारे आस-पास उस वक्त हाजिर होते हैं जब हमें उनकी और उनकी सलाह की कतई जरुरत नहीं होती।

उनकी बातों का असर

और भई किस चक्की का आटा खाते हो? अगर आपका वजन सामान्य से थोड़ा ज्यादा है तो यक़ीन जानें कि उन चार में से कोई एक आपके वजन को लेकर बहुत परेशान हो जाएगा। आप तैयार होकर बढ़िया से अपनी फैमिली के साथ निकले हैं। वो दूर से ही आपको हाथ हिलाएंगे और आपकी थोड़ी लटकी हुई तोंद को देखकर पूछेंगे कि और भई किस चक्की का आटा खाते हो?

गुड न्यूज कब आ रही है?

ओ सुनो भाई हमारा वजन कम या ज्यादा जो भी उसके बारे में चिंता कर आपको दुबला होने की कोई जरुरत नहीं। हमने तो आपसे नहीं पूछा कि आपके बाल इतनी जल्दी सफेद कैसे हो गए। आप तो 40 में 50 के लग रहे हो। अपने लुक की चिंता करो हमारे बारे में चिंता करने के लिए हम और हमारे अपने ही काफी हैं। और गुड न्यूज कब आ रही है? उफ्फ! यह गुड न्यूज तो नई शादी-शुदा लोगों की जिंदगी में बेड न्यूज और आफत बन जाती है।

रिश्ता लगा?

जन्म, मरण, परण सब जानते हैं कि यह पहले से तय है। लेकिन नहीं हमारे समाज ने कुछ-कुछ चीजों के लिए उम्र फिक्स कर रखी है। जैसे कि अगर बेटी मास्टर्स कर चुकी है तो इन चार लोगों को लगता है कि भई बस अब शादी तय कर दो। एक मिनिट रुकें। आपको बताएं कि हर बेटी का बाप चाहता है कि उनकी बेटी महलों में राज करे। लेकिन चाहने में और उन चीजों के होने में बहुत फर्क होता है। लेकिन अगर मास्टर्स के बाद भी बेटी का रिश्ता नहीं लग पाया तो इन चार लोगों को तो बहुत ही एंजाइटी हो जाती है। यह लोग लड़की और उसके मां-बाप को छेड़ने का कोई मौका नहीं छोड़ते। आपसे हाथ जोड़कर गुज़ारिश है कि ऐसा न करें। आपको पता है कि बहुत बार आपके इस तरह के प्रेशर की वजह से मां-बाप गलत फैसले कर लेते हैं। उन रिश्तों को हां कर दी जाती है जो उनकी बेटी के लायक भी नहीं होते।

कहीं आप तो नहीं वो चार लोग?

यह चार लोग वो हैं जो बहुत सदियों से हमारे समाज में हैं। इनका काम दूसरों की मदद करना नहीं बल्कि अंगुली कर दूसरे को अपनी बातों से परेशान करना होता है। इनकी अपनी जिंदगी के मसले कम नहीं होते। लेकिन दूसरों की जिंदगी में यह एक मसला बनकर खड़े हो जाते हैं। बस आप इतना जान लें कि दूसरों की जिंदगी में खुशी देना तो बहुत अच्छे लोगों का काम होता है।

हम जैसे लोग यह कोशिश कर लें कि बे-मौका सलाह देकर और ऊल-जलुल कमेंट बाजी कर उन चार लोगों की भीड़ में शामिल न हो जाएं। आप खुश रहें और दूसरों को भी खुश रहने दें।

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