पूरे देश में शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। यह पर्व पूरे देश में बेहद धूमधाम से मनाया जाता है। भारत के अलग-अलग हिस्सों में इस पर्व को लोग अलग-अलग तरीकों से सेलिब्रेट करते हैं। नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा के नौ अवतारों की पूजा की जाती है।
भले ही नवरात्रि का सेलिब्रेशन पूरे देश में होता है, लेकिन देश के अलग-अलग हिस्सों में नवरात्रि का सेलिब्रेशन अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। हालांकि अब अलग-अलग राज्यों के सेलिब्रेशन का अंदाज सभी राज्यों में देखने को मिलता है। आइए, आपको बताते हैं कि देश में नवरात्रि को कुछ अलग तरीके कहां और कैसे मनाया जाता है।
उत्तर भारत
भारत के उत्तर क्षेत्र में ज्यादातर राज्यों में नवरात्रि के नौ दिनों तक घरों में माता की पूजा की जाती है। घरों में घट स्थापना कर कलश रखा जाता है, और बहुत से लोग नौ दिनों तक व्रत भी रखते हैं। इसी दौरान नौ दिनों तक रामलीला का आयोजन किया जाता है। रामलीला में रामायण के प्रमुख अंशों का मंचन किया जाता है। पूरे नौ दिन मेले का आयोजन होता है। इन नौ दिनों में काफी धूमधाम रहती है। नवरात्रि के अंतिम दिन यानी दशहरे वाले दिन रावण का पुतला जलाया जाता है। राजस्थान में दशहरे के बाद भी मेला जारी रहता है, और विभिन्न शहरों में धनतेरस और दिवाली तक मेले का आयोजन भी होता है।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में नवरात्रि का त्योहार बहुत ही अलग और आकर्षक तरीके से मनाया जाता है। इस दौरान विभिन्न प्रकार के पंडाल स्थापित किए जाते हैं, जहां मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की जाती है। यहां षष्ठी के दिन से पंडाल में पूजा का आयोजन किया जाता है। दुर्गा पूजा के दौरान महिलाएं ढाक की थाप पर नाचती हैं और देवी को प्रसन्न करने की कोशिश करती हैं। आखिरी दिन सिंदूर खेला होता है, जिसमें महिलाएं एक दूसरे के साथ सिंदूर से होली की तरह खेल खेलती हैं। अंतिम दिन देवी को धूमधाम से विदा किया जाता है।
गुजरात
गुजरात में नवरात्रि की धूमधाम और भव्यता देखने लायक होती है। इस दौरान काफी भव्य रूप से डांडिया और गरबा का आयोजन किया जाता है। गुजरात के गरबा को अब पूरी दुनिया में लोग फॉलो करते हैं। गरबा सिर्फ गुजरात तक सीमित नहीं रहा है, बल्कि इसका आयोजन पूरे देश में ही नहीं, दुनिया भर में नवरात्रि के दौरान किया जाता है। गरबा और डांडिया से मां के स्वागत और नौ दिनों तक उनकी पूजा के साथ उनके आगमन की खुशी मनाई जाती है।
कर्नाटक
कर्नाटक में दशहरे को "नदहब्बा" राज्य-त्यौहार की तरह मनाया जाता है। विशेष रूप से मैसूर में दशहरे का आयोजन काफी बड़े पैमाने पर होता है। महानवमी वाले दिन शाही तलवार को पूजा के लिए एक सिंहासन पर रखा जाता है और हाथियों व घोड़ों के साथ ले जाया जाता है। मैसूर में दशहरे का त्यौहार काफी धूमधाम से मनाया जाता है।
आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश में नवरात्रि को "बथुकम्मा पांडुगा" के रूप में मनाया जाता है, जिसका अर्थ है 'आओ जीवित मां देवी'। नवरात्रि में मां गौरी की पूजा की जाती है। महिलाएं देवी मां की पूजा के लिए फूलों का ढेर बनाती हैं और आखिरी दिन इन फूलों को प्रवाहित कर दिया जाता है। अविवाहित युवतियां अपने पसंद के जीवनसाथी की तलाश में सांप्रदायिक पूजा में भी शामिल होती हैं।
तमिलनाडु
तमिलनाडु में नवरात्रि का त्यौहार बिल्कुल अलग तरीके से मनाया जाता है। नवरात्रि में तमिलनाडु में लोग अपने रिश्तेदारों को मिठाइयां और कई तरह के उपहार देते हैं। तमिलनाडु में कई स्थानों पर लोग घरों में ‘गोलू गुडिया’ रखते हैं। इस दौरान बाजार में गोलू गुडिया की बिक्री शुरू हो जाती है। पंडालों में भी इन गुडिया को रखकर मां की अराधना की जाती है। दशमी वाले दिन तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में मां सरस्वती की मूर्ति की स्थापना कर पूजा की जाती है।