जेएलएफ यानी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल ने बहुत कम समय में ही अपनी पहचान बना ली है। अब यह जयपुर का एक सिग्नेचर इवेंट बन चुका है। साल 2008 से शुरू हुआ किताबों का यह उत्सव हर साल जनवरी माह में आयोजित किया जाता है, जहां लेखक अपनी किताबों के साथ अपने रीडर्स के बीच मौजूद होते हैं। इस बार भी अदब की महफिल सजने को तैयार है। होटल क्लार्क्स आमेर में जेएलएफ 30 जनवरी से 3 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। इसमें आप किताबों के साथ-साथ म्यूजिकल स्टेज का भी आनंद ले सकते हैं।
कैसे ले सकते हैं हिस्सा?
इस उत्सव में शामिल होने के लिए आपको अपना रजिस्ट्रेशन फेस्टिवल की वेबसाइट https://jaipurliteraturefestival.org/ पर करवाना होगा। स्टूडेंट्स के लिए रजिस्ट्रेशन फीस बहुत मामूली है। वे मात्र 100 रुपए में पांचों दिन उत्सव में हिस्सा ले सकते हैं। इसके अलावा जनरल रजिस्ट्रेशन की फीस 200 रुपए से शुरू है। इसके जरिए आप सेशन के वेन्यू और फूड कोर्ट में जा सकते हैं। इसके अलावा अगर म्यूजिक स्टेज अटेंड करना चाहते हैं या फेस्टिवल फ्रेंड के तौर पर रहना चाहते हैं तो आपको अलग से इसका पेमेंट करना होगा। इस बारे में विस्तार से जानकारी आप जेएलएफ की वेबसाइट पर जाकर ले सकते हैं।
वर्चुअली भी कर सकते हैं शो अटेंड
अगर आप इस बार फेस्टिवल के लिए टाइम नहीं निकाल पा रहे और जयपुर जाकर सेशंस को अटेंड करना आपके लिए संभव नहीं है तो परेशान ना हों। आप वर्चुअली भी सेशंस को जॉइन कर सकते हैं। अच्छी बात यह है कि इसका कोई चार्ज आपको नहीं देना होगा।
जावेद अख्तर से गुलज़ार होगा फेस्टिवल
उत्सव में हर साल की तरह इस साल भी कई नेशनल और इंटरनेशनल फेम राइटर्स हिस्सा ले रहे हैं। इसमें टीना ब्राउन, आंद्रे एचिमन, मानव कौल जैसी हस्तियां शामिल होंगी। वहीं उत्सव के पहले दिन जावेद अख्तर अतुल तिवारी के साथ बातचीत करेंगे। इस सेशन का नाम है ज्ञान सीपियां: पर्ल ऑफ विसडम। वहीं गांधी जी के जीवन पर आधारित सेशन गांधी द मैन एंड द महात्मा सेशन भी खास रहने वाला है। यह सेशन भी उत्सव के पहले दिन आयोजित होगा। इसमें त्रिपुरदमन सिंह और प्रमोद कपूर प्रज्ञा तिवाड़ी के साथ महात्मा गांधी के जीवन और उनके दर्शन पर चर्चा करेंगे। जावेद अख्तर के अलावा हुमा कुरैशी, अमोल पालेकर जैसी हस्तियां भी शो का हिस्सा रहेंगी। इसके अलावा 1 फरवरी को कैलाश खेर म्यूजिकल स्टेज पर अपनी प्रस्तुति देंगे।
तो फिर थाम लीजिए किताबों को
अब अगर आपको किताबों से प्यार है तो देर किस बात की। किताबों का उत्सव आपका इंतजार कर रहा है। जहां आप अपने सपनों के लेखक को ना केवल देख सकते हैं बल्कि उनके सेशंस में उनसे सवाल भी कर सकते हैं। हाथों में किताबें लिए आप पहुंच जाइए किताबों के उत्सव में। ध्यान रखिए यह अदब की महफिल है। यहां आकर आपको एक ऐसा अनुभव मिलने वाला है, जो आपको याद रहेगा। आप अपनी पसंद के अनुसार सेशंस को अटेंड कर सकते हैं। तो बस देर किस बात की, शब्दों का शामियाना सजने को तैयार है। आप जाइए और शब्दों के जादू में खो जाइए।