जानते हैं भारत की गौरव चंद्रिका टंडन को जो इंदिरा नुई की बहन भी हैं

जानते हैं भारत की गौरव चंद्रिका टंडन को जो इंदिरा नुई की बहन भी हैं

पैप्सिको इंडिया की पूर्व सीईओ इंदिरा नुई का नाम दुनिया की प्रभावशाली महिलाओं में लिया जाता है। लेकिन इस बार इंदिरा नुई का नाम अपने काम की वजह से नहीं बल्कि उनकी बहन चंद्रिका टंडन की उपलब्धि की वजह से लिया जा रहा है। इस बार का ग्रैमी अवॉर्ड चंद्रिका टंडन को मिला है। चंद्रिका इंदिरा की बड़ी बहन हैं, जो अमेरिका में सैटल हैं। ग्रैमी अवॉर्ड का यह मौका हम भारत के लोगों के लिए भी जश्न का समय है। अमेरिका में रहने वाली चंद्रिका टंडन ने संगीत के उस अवॉर्ड को हासिल कर लिया है जो संगीत साधकों के लिए किसी सपने से कम नहीं है। चंद्रिका की बात करें तो जाहिर है कि वो एक अच्छी संगीतकार तो हैं ही लेकिन मेहनत करने से भी वो पीछे नहीं हटतीं। साल 2011 में वो ग्रैमी के नामांकन तक पहुंची थीं, लेकिन अवॉर्ड हासिल नहीं कर पाईं। लेकिन चंद्रिका ने अपने इस नामांकन को एक मौके की तरह लिया, खूब मेहनत की और आखिरकार अवॉर्ड अपने नाम करने में कामयाब रहीं।

एक मिडिल क्लास फैमिली

चंद्रिका की बात करें तो वह चेन्नई की मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखती हैं। उन्हें बचपन से ही संगीत में काफी रुचि थी। अपनी इसी शौक के चलते उन्होंने कर्नाटिक म्यूजिक सीखा। शुभ्रा गुहा और गिरीश वज़लवार से उन्होंने संगीत की विधिवत तालीम हासिल की। म्यूजिक को उन्होंने सीखा लेकिन अपनी पढ़ाई को भी नज़रअंदाज़ नहीं किया। चंद्रिका पढ़ने में भी काफी होशियार थीं। उन्होंने अपना पोस्ट ग्रेजुएशन आईआईएम अहमदाबाद से किया है। इसके बाद वो अमेरिका शिफ्ट हुई थीं। मैकेंज़ी कंपनी में पार्टनर बनने वाली वे पहली भारतीय महिला हैं। यहां उन्होंने अपनी एक फर्म की भी स्थापना की है। ऐसे में संगीतकार होने के साथ वह एक आंत्रप्रेन्योर के तौर पर भी स्थापित हैं। इनकी फर्म कंपनियों के रिस्ट्रक्चर का काम करती है। इन्होंने हिंदुस्तानी और वेस्टर्न संगीत की ट्रेनिंग ली है। जिस एल्बम के लिए उन्हें यह अवॉर्ड मिला है, यह उनकी छठी एलबम है। एक आंत्रप्रेन्योर और म्यूज़िशियन होने के साथ-साथ वे सोशल कॉज़ से जुड़ी हैं। साल 2015 में उन्होंने पति रंजन के साथ मिलकर न्यूयॉर्क स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग को 100 मिलियन डॉलर का दान दिया।

संगीत जुनून है

चंद्रिका टंडन को अपनी एल्बम त्रिवेणी के लिए ग्रैमी अवॉर्ड मिला है। जाहिर है कि इस अवॉर्ड को पाकर वे काफी उत्साहित हैं। इस एल्बम की खासियत है इसका सात ट्रैक्स से सजा होना। इसके अलावा उन्होंने पुराने मंत्रों को नए संगीत के साथ सजाया है। अगर उनके शब्दों से देखा जाए तो यह मन को सुकून देने वाला एक संगीत है, जो आपको अंदर से हील करेगा। चंद्रिका के साथ साउथ अफ्रीकी बांसुरी वादक वाउटर केलरमैन और जापानी चेलिस्ट एरु मात्सुमोटो को भी यह अवॉर्ड मिला है। अवॉर्ड लेते वक्त चंद्रिका ने कहा कि संगीत एक जुनून है। यह हमें अंधेरों से दूर कर उजालों की ओर ले जाता है। इसमें एक जादू होता है जो आपके मन के अंधियारे को भी दूर कर देता है।

प्रधानमंत्री ने दी बधाई

भारत के प्रधानमंत्री ने एक्स पर चंद्रिका को बधाई दी है। उन्होंने उनके संगीत की प्रशंसा करते हुए लिखा है "मैं साल 2023 में न्यूयॉर्क में उनसे मिला था। चंद्रिका टंडन को एल्बम त्रिवेणी के लिए ग्रैमी जीतने पर बधाई! हम एक उद्यमी, परोपकारी और निश्चित रूप से, संगीत के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों पर बहुत गर्व महसूस करते हैं। यह सराहनीय है कि उन्होंने भारतीय संस्कृति के प्रति अपना जुनून बनाए रखा है और इसे लोकप्रिय बनाने के लिए लगातार काम कर रही हैं। वे कई लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं। मुझे 2023 में न्यूयॉर्क में उनसे मुलाकात की याद है।"

Read This Article in English: Click Here

अक्षय कुमार: सिद्धार्थ आनंद बनाएंगे अक्षय कुमार के साथ यह फिल्म
अक्षय कुमार: सिद्धार्थ आनंद बनाएंगे अक्षय कुमार के साथ यह फिल्म

अक्षय कुमार: सिद्धार्थ आनंद बनाएंगे अक्षय कुमार के साथ यह फिल्म सिद्धार्थ आनंद, जिन्होंने पठान, वार और फाइटर जैसी एक्शन फिल्में बनाई हैं, अब अक्षय...

अक्षय कुमार: 'स्त्री 2' में अक्षय कुमार के किरदार की बनेगी अलग फिल्म
अक्षय कुमार: 'स्त्री 2' में अक्षय कुमार के किरदार की बनेगी अलग फिल्म

अक्षय कुमार: 'स्त्री 2' में अक्षय कुमार के किरदार की बनेगी अलग फिल्म हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'स्त्री 2' बॉक्स ऑफिस पर कमाल कर रही है। अब तक इस...