हिमांशी नरवाल हम शर्मिंदा हैं, अपनी सोच से

हिमांशी नरवाल हम शर्मिंदा हैं, अपनी सोच से

पहलगाम अटैक के बाद पूरे देश में एक किस्म का रोष है। आने वाले समय में क्या होने वाला है इससे हम सभी अनजान हैं। भारत की ओर से पाकिस्तान के आंतकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर दी गई है। इस ऑपरेशन को नाम दिया गया है ऑपरेशन सिंदूर। इससे बेहतर नाम इस हमले का कुछ हो नहीं सकता था। यह ऑपरेशन उस सिंदूर का बदला है, जो बैसरन घाटी में उन सुहागिनों को समर्पित है जिनका सिंदूर और सुहाग आतंक का शिकार हो गए। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बुधवार को वह पहला मौका है जब पूरे देश में एक किस्म का उत्साह और उमंग है। ऑपरेशन सिंदूर की हर ओर चर्चा हो रही है।

लेकिन पहलगाम अटैक में सबसे ज़्यादा चर्चा में आने वाली हिमांशी नरवाल को इस मौके पर हम नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते। जब भी पहलगाम अटैक के बारे में हम सोचते हैं तो हिमांशी लोगों को याद आती है। वो एक छोटी सी लड़की है जो अपने शादी के सिर्फ छह दिन बाद विधवा हो गई। उस लड़की के वीडियो इन दिनों बहुत तेजी से वायरल हो रहे हैं। थोड़े दिन पहले जब मीडिया ने उससे बातचीत की थी तो उसने बयान दिया था कि वो शांति चाहती है। बस उसके कहने भर की देर थी और अचानक से सोशल मीडिया पर वो विलेन बन गई।

अपशगुनी तक कह दिया

हिमांशी की पढ़ाई दिल्ली में हुई है। उसने अपने बयान में शांति की बात कही थी। लेकिन इस बयान को सुनने के बाद कुछ तथाकथित अच्छे लोगों ने यह तक कह दिया गया कि वो अपनी पढ़ाई के दौरान कश्मीरियों से मिलती थी। हॉस्टल में उनके कमरों तक में जाती थी। वो जानबूझकर अपने पति को शादी के बाद कश्मीर लेकर गई ताकि वो उसे वहां मरवा सके। इसके अलावा एक और जमात थी जिसने बताया कि वो अमंगलिक है और अपने पति के लिए अपशगुनी है। मैं जब इन बातों को पढ़ रही थी तो मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या रिएक्ट करूं।

वाकई हम लोग सोच के इस स्तर पर मौजूद हैं। हम लोगों को एक बार भी शर्म नहीं आती। मैं सच में चाहती हूं सोशल मीडिया पर जो सब भी हिमांशी के खिलाफ चल रहा है वो हिमांशी ना ही पढ़े तो बेहतर होगा। हम सब लोग सच में सोच भी नहीं सकते कि वो इस वक्त क्या महसूस कर रही हैं। वो जिसने अपनी जिंदगी का सफर एक साथी के साथ शुरू ही किया था वो सफर एक तरह से शुरू होने से पहले खत्म भी हो गया। और हम सभी लोग उस लड़की के ऊपर इतने गंभीर आरोप लगा रहे हैं। अगर हिंदुस्तान की जंग पाकिस्तान से होगी तो शायद हम जीत ही जाएंगे। लेकिन हम अपनी अपनी इस बीमार मानसिक अवस्था का क्या करें जो यह समझने को कतई तैयार नहीं है कि वो लड़की तकलीफ में है। हम उसका दर्द खत्म तो नहीं कर सकते लेकिन कम से कम बढ़ाएं तो नहीं।

हम शर्मिंदा हैं

लेकिन एक सिक्के के दो पहलू होते हैं। अगर एक ओर हिमांशी के खिलाफ लिखा जा रहा है तो हम लोग जिन्हें भी बुरा लग रहा है यह सभी कुछ तो हम लोग हिमांशी के सोशल मीडिया अकाउंट पर जाकर तसल्ली के पोस्ट साझा कर सकते हैं। लिख सकते हैं वहां पर कि हिमांशी हम शर्मिंदा हैं। मैं अगर अपनी बात करूं तो हिमांशी का पहलगाम में अपने पति की डेड बॉडी के साथ बैठा हुआ वो फोटो जेहन में जैसे चिपक सा गया है। इसके अलावा आजकल रील्स में हिमांशी के रोते हुए वीडियो आते हैं। उसकी आंखें सूज चुकी हैं रो रोकर। कोई कैसे सोच भी सकता है वो एक प्लानिंग के तहत अपने पति को कश्मीर लेकर गई थी। आप लोग जो भी हैं और जो हिमांशी के बारे में इतना घटिया लिख रहे हैं एक बार सोचिए। एक बार सोचिए कि वो लड़की कितनी अच्छी है। इतना सब होने के बाद वो शांति चाहती है।

एक और चीज, आप 21वीं सदी में जी रहे हैं। अपनी इस सोच से बाहर आ जाइए कि अगर पति की असमय मृत्यु हो जाती है तो उसकी पत्नी मनहूस हो जाती है। इस बात को गांठ बांध लीजिए, समझ लीजिए कि हर इंसान अपनी एक उम्र लिखवाकर आता है। जिसकी जितनी जिंदगी होती है वो उतनी जिंदगी जीता है। पत्नी की मनहूसियत की वजह से पति नहीं मरते। जैसे अगर एक पत्नी मरती है तो पति को दोषी थोड़ी ठहराया जाता है। सोचिए और समझिए इस बात को। एक विधवा की जिंदगी बहुत मुश्किल होती है इस तरह की बातों से आप उस जिंदगी को और दुश्वार बनाते हैं जिसमें पहले ही तूफानों की कमी नहीं। अपने अंदर की इस संकीर्ण सोच को खत्म करिए। यह सिर्फ विधवाओं के लिए नहीं बल्कि इंसानियत को बनाए रखने के लिए भी ज़रूरी है।

इस तरह के और लेख पढ़ने के लिए हमारी केटेगरी "एडिटर्स चॉइस" पर क्लिक करें।

कॉमेडी के नाम पर हदों को पार करना – स्टैंडअप कॉमेडी का भद्दा रूप
कॉमेडी के नाम पर हदों को पार करना – स्टैंडअप कॉमेडी का भद्दा रूप

पिछले कुछ सालों में जैसे बिना सोचे-समझे बोलने का दौर शुरू हो गया है। कुछ दिनों पहले रणबीर अल्लाहबादिया और समय रैना ने एक शो पर बिना सोचे-समझे कुछ ऐसा...

‘पंचायत’ लगाने का आया समय, प्राइम पर फुलेरा में 4 सीज़न में होगा और बड़ा हंगामा
‘पंचायत’ लगाने का आया समय, प्राइम पर फुलेरा में 4 सीज़न में होगा और बड़ा हंगामा

पंचायत के मेकर्स सीरीज़ के प्रति दर्शकों का उत्साह बनाए रखने के लिए इसकी रिलीज़ डेट से लेकर ट्रेलर कुछ अलग अंदाज़ में रिलीज़ करते हैं। आपको याद हो तो...