सिराज यार हर बार हम फैंस के निशाने पर आते हो पर यार तुम क्या हो। पूरी सीरीज में 1000 से ज्यादा बाॅल्स डालीं और आज पांचवे टेस्ट के पांचवे दिन पांच विकेट लिए और भारत ने पांचवा टेस्ट मैच जीत लिया। इस जीत के प्राइम आर्किटेक्ट सिराज ही रहे। उन्हें इस परफॉर्मेंस के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। बेन स्टोक्स जो इस इंग्लिश टीम के कप्तान हैं, वो भी सिराज की तारीफ करने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि सच में सि सिराज ने बहुत अच्छी गेंदबाजी की और वो इस जीत के हकदार थे। लेकिन जो कमिटमेंट इस भारतीय टीम के युवा खिलाड़ियों ने दिखाया वो काफी लंबे वक्त तक याद रखा जायेगा।
हैरी ब्रूक के कैच ड्रॉप के बाद छोड़ दी थी उम्मीद
सिराज ने कहा कल यानी चौथे दिन हैरी ब्रूक के कैच छोड़ने के बाद मुझे लगा कि ये मैच का टर्निंग प्वाइंट था। लेकिन आज जब मैं उठा तो मुझे लगा आज मैं कर सकता हूँ और मैंने गूगल से 'बिलीव' की इमेज निकाली अपने फोन में लगाई और रिजल्ट आपके सामने है। तीसरे टेस्ट मैच में जब मैं आउट हो गया था तो बहुत ही दिल टूटा था। एक लाइन में सिराज ने कहा कि कल कैच पकड़ लेता तो आज बॉलिंग करने आना ही नहीं पड़ता।
क्यों रिज्यूम में लिखा जाता है "I understand the value of team and I am a team member"
हम सब कभी ना कभी ये शिकायत करते हैं कि हमको उतना क्रेडिट नहीं मिला। इस टेस्ट मैच को देखेंगे तो हर खिलाड़ी ने कॉन्ट्रिब्यूट किया — जयसवाल का शतक हो, प्रसिद्ध कृष्णा के चार विकेट हों, जडेजा की फिफ्टी हो या सुदर्शन की लास्ट में हिटिंग। हर चीज की वैल्यू है। बिना उसके जीत नहीं हो सकती। हर किसी को अपना सब कुछ ग्राउंड पर देना होता है। लेकिन इन सबके बीच आपको स्वीकार करना होता है उस दिन के हीरो को जिसके बारे में चर्चा होती है और तारीफ होती है। खैर, आज के मैच के हीरो रहे मोहम्मद सिराज जिनके बारे में उनके कप्तान ने कहा कि " सिराज जैसा गेंदबाज़ हर कप्तान का सपना होता है।"
इंग्लैंड के लिए क्रिस वोक्स मैदान पर उतरे। एक हाथ में प्लास्टर और हाथ जर्सी के अंदर — कंधा पूरा डिस्लोकेट हुआ। लेकिन टीम को ज़रूरत थी तो बंदा आया। उसको एक भी बाॅल खेलने का मौका तो मिला नहीं, लेकिन वो उस डिस्लोकेट शोल्डर के साथ सिंगल-डबल भागे और अपनी टीम के लिए खड़े रहे।
भारत ने जीते दोनों अवार्ड
भारत के कप्तान शुभमन गिल को उनके पूरे सीरीज़ में की गयी शानदार बल्लेबाजी के लिए मैन ऑफ द सीरीज़ के अवार्ड से नवाजा गया। शुभमन पहले कप्तान हैं जिन्होंने अपनी डेब्यू सीरीज़ में ये अवार्ड जीता। जबकि मोहम्मद सिराज को मैन ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया। इस सीरीज़ में सिराज ने कुल 23 विकेट लिए। सिराज ने एक सीरीज़ में सबसे ज्यादा विकेट लेने के रिकॉर्ड को संयुक्त रूप से जसप्रीत बुमराह के साथ साझा किया।
किताबों में यही लिखा जाएगा कि ये सीरीज़ 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई। लेकिन जिस हिसाब से भारतीय युवा खिलाड़ियों ने पूरी सीरीज़ में खेल, हिम्मत और जज़्बा दिखाया है वो इस टीम की जीत है। अब ज़िम्मेदारी है कोच गंभीर की वो इस टीम को अपने युग की सबसे बेहतरीन टीम कैसे बनाते हैं।